वजह तुम हो..
कैसे कहूँ इश्क में तेरे
कितना हुन बेताब मैं
आँखों से आँखे मिला के
चुरा लूँ तेरे ख्वाब मैं
कैसे कहूँ इश्क में तेरे
कितना हुन बेताब मैं
आँखों से आँखे मिला के
चुरा लूँ तेरे ख्वाब मैं
मेरे साये हैं साथ में
यारा जिस जगह तुम हो
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..ो…
है ये नशा
इस प्यार को हम क्या नाम दें
इस प्यार को हम क्या नाम दें
है ये नशा
इस प्यार को हम क्या नाम दें
कब से अधूरी है इक दास्ताँ
आजा उसे आज अंजाम दें
तुम्हे भूलूँ कैसे मैं
मेरी पहली खता तुम हो
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..ु…
क्या जाने तू मेरे इरादे
ले जाऊंगा सांसें चुरा के
सांसें चुरा के
क्या जाने तू मेरे इरादे
ले जाऊंगा सांसें चुरा के
दिल कह रहा है गुनहगार बन जा
बड़ा चाईं है इन् गुनाहों से आगे
मैं गुमशुदा सी रात हूँ
मेरी खुशनुमा सुबह तुम हो
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
मैं जो जी रहा हूँ
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
वजह तुम हो..
वजह तुम हो.