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7 Science behind Superstition

अरे रात में साउथ/दक्षिण दिशा में पाँव कर के मत सोना पाप लगता, या रात में बुरे सपने आएंगे या फिर रात में नाख़ून या बाल नहीं काटना चाहिए नहीं तो बुरा होगा है| ऐसे कई सवाल सुने होंगे आप अपने गांव शहर या अपने घर में, क्या आपने कभी सोचा की इसके पीछे का का सच क्या है| या इसके पीछे कोई साइंस है, या कही अभी भी हम उन चीजों को तो नहीं मान रहे है जिनका अब कोई मतलब नहीं है नमस्कार, आज हम 7 Science behind Superstition यानि 7 ऐसे रीति रिवाज या अंधविश्वास के बारे में जानेंगे की क्या है उनके पीछे की सच्चाई|

Table of Content

  1. Do Not Sleep With Your Feet Facing South / दक्षिण दिशा की ओर पैर करके न सोएं|
  2. Funeral Bath /अंतिम संस्कार स्नान
  3. Broken Mirrors / टूटे हुए शीशे 
  4. Don't Sweep After Sunset /सूर्यास्त के बाद झाड़ू न लगाए
  5. Don't Shave and cut Nails After Sunset सूर्यास्त के बाद न नाखून काटे और शेव न करें
  6. Don't step out on eclipse /ग्रहण पर बाहर न निकलें
  7. Bats Entering In The Home /चमगादड़ो का घर में आना

Science behind Superstition

Do Not Sleep With Your Feet Facing South / दक्षिण दिशा की ओर पैर करके न सोएं

Superstition/अन्धविश्वास-ऐसा मन जाता है की साउथ  या दक्षिण दिशा की तरफ पाँव कर के सोने से बुरे सपने आते है, रात में बहुत ही डरावनी चीजे सपने में दिखाई देंगी| कुछ लोग तो यहाँ तक मानते है की साउथ  या दक्षिण दिशा की तरफ पाँव कर के सोने से बहुत बड़ा पाप होता है, और कुछ जगह यह तक मान्यताए है की दक्षिण दिशा भूतों की होती है|  

Science/ विज्ञान- इसके पीछे का सच ये है की नार्थ की तरफ सर या साउथ की तरफ पाँव करके सोने से हमें earth के मैगनेटिक फील्ड का सामना करना पड़ेगा| क्युकी earth का मैगनेटिक फील्ड नार्थ साउथ में कन्सेन्ट्राडे होता है| और हमारे बॉडी में भी मैगनेटिक फील्ड होती है जो की सर के तरफ नार्थ और पाँव की तरफ साउथ होता है| और ये तो बचपन में पढ़ाया गया था की मैगनेटिक फिल्ड में नार्थ साउथ को साउथ नार्थ को अपनी तरफ खींचता है| और नार्थ नार्थ हमेशा दूर भागते है, हमारे बॉडी का यानि सर का भाग नार्थ होता है और अगर वह earth के नार्थ में रहेगा तो ब्रेन में प्रेशर पड़ेगा मैगनेटिक फील्ड का जिससे ब्रेन हैमरेज हो सकता है| यही कारण था की हमारे पूर्वज हमें दक्षिण दिशा में पाँव करके  सोने से माना करते थे|     

Funeral Bath /अंतिम संस्कार स्नान

Superstition/अन्धविश्वास-अपने अक्सर देखा होगा कि, जब किसी के घर में कोई मर जाता है या मृत्यु हो जाती है तो उसके देह संस्कार करने के बाद  हम बिना कुछ छुए हुए बिना तुरंत आकर नहाते हैं ऐसा क्यों, कभी आपने सोचा कि ऐसा क्यों करते हैं कि हम किसी के दाह संस्कार करने के बाद आकर तुरंत क्यों नहाते हैं, स्नान करते हैं| ऐसा क्यों करते हैं इसके पीछे का क्या कारण है मान्यताओं की मानें तो लोग ऐसा कहते हैं कि जिस का दाह संस्कार हुआ है उसकी आत्मा साथ में आती है या बुरी शक्तियां उसको उसके पीछे होती हैं जिस वजह से आकर तुरंत नहाना चाहिए, नहीं तो वह बुरी शक्ति या आत्मा उसके ऊपरया साथ ही रहेगी और या उसको नुकसान पहुंचा सकती है इसलिए तुरंत आकर नहाना चाहिए चाहिए ताकि वह बुरी शक्तियों से बाहर हो जाए| 

Science/ विज्ञान- इसके पीछे का सच ये है की जब कोई आदमी मर जाता है तो उसके शरीर में कीटाणुओं से लड़ने वाली ताकत भी ख़तम हो जाती है और जिसके कारण बॉडी में बक्टेरिया हो जाते है जिसके कारण बॉडी डिकम्पोज़ होना शुरू हो जाती है, यानि सड़ने लगती है चुकी अंतिम संस्कार के टाइम लोग बॉडी के बहुत पास रहते है तो बॉडी के बैक्टेरिया लोगो के अंदर या ऊपर आ जाते है| इसी कारण की वजह से अंतिम संस्कार के बाद आ के तुरंत नहाना चाहिए|   

Broken Mirrors / टूटे हुए शीशे 

Superstition/अन्धविश्वास-ऐसा सुना होगा की घर में अगर सीसा टूटता है तो, उसे बहुत अशुभ मानते है की कुछ अशुभ होने वाला है| या कुछ जगह तो यहाँ तक मानते है की शीशा टूटा है तो मतलब कोई बुरी शक्ति / ताकत आ गई है घर में, तो अब आगे संभल कर रहना| 

Truth/ सत्य-पुराने ज़माने में शीशा बनाना बहुत मेहनत का काम होता था| और यह जितना मेहनत से बनता था उतने आसानी से टूट भी जाता था  चुकि यह आसानी से टूट भी जाता था और टूटा हुआ शीशा किसी को नुकसान पंहुचा सकता था यहां तक की जान तक ले सकता है इसलिए हमारे बड़े बुजुर्ग ने यह प्रथा निकली थी की शिशा टूटना अशुभ होता है ताकि लोग संभाल कर रखे और संभालकर उपयोग करे| 

Don't Sweep After Sunset /सूर्यास्त के बाद झाड़ू न लगाए

Superstition/अन्धविश्वास-सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने को ले के कई मान्यताये है उनमे से एक की सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से घर की लक्ष्मी बाहर चली जाती है, इसलिए सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने को माना किया गया है|   

Truth/ सत्य-वास्तव में जब ये बात बोली गई थी तब घरो में बिजली नहीं हुआ करती थी और रात में केवल दिये से रोशनी होती थी और अगर सिर्फ दिए की रोशनी में झाड़ू लगते तो घर की जरुरी चीज़ें भी कचड़े में चली जाती इसलिए रात में झाड़ू लगाने को माना किया गया था लेकिन अब इलेक्ट्रिसिटी होने की वजह से काफी उजाला रहता है इसलिए रात में भी झाड़ू लगाने में कोई दिक्कत नहीं

Don't Shave and cut Nails After Sunset सूर्यास्त के बाद न नाखून काटे और शेव न करें

Superstition/अन्धविश्वास-सूर्यास्त के बाद न नाखून काटे और शेव न करें के बारे में लोगो का कहना है की अगर रात में नाख़ून या शेव करेंगे तो राक्षस आ जायेंगे या कुछ बुरा हो सकता है|  

Truth/ सत्य-वास्तव में इसका कारण भी रात इलेक्ट्रिसिटी न होना ही है, पुराने ज़माने में लाइट तो होती नहीं थी तो अगर ऐसे में रात में नाख़ून काटेंगे तो मांस भी कटने का दर रहता है और शेव करने से कटने का डर इसलिए रात में नाख़ून और शेव के लिए माना किया गया था| 

Don't step out on eclipse /ग्रहण पर बाहर न निकलें

Superstition/अन्धविश्वास-ग्रहण पर बाहर न निकलें को लेकर तो कई कहानियाँ है की ग्रहण में अगर बाहर निकले तो राक्षस के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा| ग्रहण में कोई राक्षस सूर्य को खा लेता है आदि| बीमार, प्रेगनेंट औरत, बच्चे तो भूल कर भी घर से बाहर न आये|

Science/ विज्ञान- ग्रहण पर बाहर न निकलें को लेकर सच्चाई ये है की ग्रहण के समय सूर्य से उल्ट्रावॉइलट किरण बहुत तेजी से निकलती है जो त्वचा को जला देते है और अगर आँखों में पड़ जाये तो आंखे तक ख़राब कर देते है| चुकी बीमार का इम्मून सिस्टम पहले ही कमजोर है और वह उल्ट्रावॉइलट किरण को सह नहीं पाएंगे और प्रेगनेंट औरत के पेट में बच्चा होता है तो उसे बहुत नुकसान हो सकता है और बच्चे पहले से ही कोमल होते है तो उन्हें उल्ट्रावॉइलट किरण  उनकी त्वचा को जला सकती है|

Bats Entering In The Home /चमगादड़ो का घर में आना

Superstition/अन्धविश्वास-कुछ जगह तो ऐसा माना जाता है की अगर चमगादड़ घर में दो तीन बार से ज्यादा आये तो घर में किसी की मौत होने वाली है, क्युकी यह एक राक्षस का रूप होती है|

Science/ विज्ञान-पुराने ज़माने में मेडिकल फील्ड इतना विकसित नहीं हुआ था और बट्स यानि चमगादड़ो से कई सारे डेडली वायरस होते है जैसे रेबीज, निपह, सेंड्रा आदि और मेडिकल विकसित न होने की वजह से लोगो की मौत हो रही थी|
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