राधे कौन से पुण्य किए तूने Lyrics in Hindi
राधे कौन से पुण्य किए तूने भक्ति और प्रेम से भरपूर एक सुंदर गीत है, जो राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का वर्णन करता है। इस गीत के बोल दिल को छू जाते हैं और भक्तों के हृदय में भक्ति का संचार करते हैं। नीचे इस अद्भुत गीत के पूरे बोल हिंदी में दिए गए हैं:
राधे कौन से पुण्य किए तूने Lyrics in Hindi
राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं, राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं।। राधे जब सोलह श्रृंगार करे, राधे जब सोलह श्रृंगार करे, हरी दर्पण रोज दिखाते हैं, राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं........ राधे जब भोजन तैयार करे, राधे जब भोजन तैयार करे, हरी माँग माँग कर खाते हैं, राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं........ राधे जब जमुना जल भरण गई, राधे जब जमुना जल भरण गई, हरी गागर रोज उठाते हैं, राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं, राधे कौन से पुण्य किए तूने, हरी रोज तेरे घर आते हैं..........
गीत की खास बातें
यह गीत राधा और कृष्ण के बीच के अनमोल रिश्ते का प्रतीक है। यह भक्ति गीत सुनने में जितना मधुर है, उतना ही इसकी भावनाएं भी गहरी हैं। इसमें राधा के प्रेम और समर्पण को सुंदरता से दर्शाया गया है।
इस गीत को कहां सुने?
आप इस भक्ति गीत को विभिन्न भक्ति संगीत प्लेटफार्मों जैसे YouTube, Spotify, या JioSaavn पर सुन सकते हैं। यह आपके दिन की शुरुआत को आध्यात्मिक और शांत बना देगा।
निष्कर्ष
"राधे कौन से पुण्य किए तूने" एक ऐसा गीत है जो राधा-कृष्ण की दिव्यता और प्रेम को अद्वितीय रूप से प्रस्तुत करता है। यह गीत भक्तों के दिलों में भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति को जागृत करता है।
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