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माँ का दरबार (माँ का बुलावा आया है) - सोनू निगम

Content Outline

    भूमिका (Introduction)

    जय माता दी!

    माता रानी के भक्तों के लिए एक अत्यंत भावपूर्ण और ऊर्जा से भरा नया भजन सामने आया है। सुरों के सरताज सोनू निगम की जादुई आवाज़ में टी-सीरीज़ (T-Series) द्वारा प्रस्तुत भजन "माँ का दरबार" (जिसे 'माँ का बुलावा आया है' के नाम से भी जाना जाता है) भक्तों के दिलों को छू रहा है।

    यह भजन उस दिव्य अनुभूति का वर्णन करता है जब एक भक्त को माता के ऊँचे पहाड़ों वाले दरबार से बुलावा आता है। शब्बीर अहमद के लिखे बोल और सोनू निगम की गायकी आपको सीधे माता के दरबार में ले जाती है।

    यदि आप नवरात्रों के लिए या अपनी दैनिक पूजा के लिए इस भजन के सही बोल (Lyrics) ढूंढ रहे हैं, तो नीचे संपूर्ण लिरिक्स क्रेडिट्स के साथ दिए गए हैं।

    माँ का दरबार (माँ का बुलावा आया है) - सोनू निगम



    भजन विवरण और क्रेडिट्स (Song Credits)

    किसी भी कलाकृति का सम्मान उसके रचनाकारों को श्रेय देने में है। यहाँ इस सुंदर भजन के क्रेडिट्स हैं:

    • भजन का नाम: माँ का दरबार (Maa Ka Darbaar) / माँ का बुलावा आया है

    • गायक (Singer): सोनू निगम (Sonu Nigam)

    • गीतकार (Lyricist): शब्बीर अहमद (Shabbir Ahmed)

    • संगीत लेबल (Music Label): टी-सीरीज़ (T-Series)

    • शैली (Genre): देवी भजन / भक्ति संगीत


    माँ का दरबार - संपूर्ण लिरिक्स (Full Lyrics in Hindi)

    यहाँ पढ़िए इस भजन के पूर्ण बोल हिंदी में:

    ऊँचे पहाड़ों से ऊँचा है माँ का मेरे दरबार भक्त तेरे माँ निकल पड़े हैं सुन के तेरी पुकार

    पैरों में पड़ गए छाले घर से हम तो निकल पड़े हैं तेरा बुलावा आया है...

    [स्थायी / कोरस] हो ऊँचे पहाड़ा वाली, ओए लाल चुनरिया वाली हो ऊँचे पहाड़ा वाली, ओए लाल चुनरिया वाली झोंका हवा का संदेशा, मेरी माँ का लाया है माँ का बुलावा आया है, माँ का बुलावा आया है

    शेरा वाली मैया ने, मेहरा वाली मैया ने दरबार में अपने बुलाया है माँ का बुलावा आया है, माँ का बुलावा आया है

    वो कितना किस्मत वाला जो दर्शन माँ का पाया है माँ का बुलावा आया है, माँ का बुलावा आया है

    ऊँचे पहाड़ों पे मेरी माँ ने दरबार लगाया है माँ का बुलावा आया है, माँ का बुलावा आया है

    [अंतरा 1] बचपन से माता के किस्से हमने अपनी माँ से सुनके... हो... बचपन से माता के किस्से हमने अपनी माँ से सुनके मन मेरा जुड़ गया, माँ के मन से

    निकल पड़े दीवाने बनके तेरी एक झलक पाते ही पूरा हुआ संसार मेरा

    धूप कड़कते बादल में हमको छुपा ले आँचल में माँ के आँचल का साया है माँ का बुलावा आया है...

    [जयकारा] जय शेरों वाली मैया, जय मेहरा वाली मैया ज्योता वाली मैया, जय पहाड़ा वाली मैया जोर से बोलो जय माता दी सारे बोलो जय माता दी

    ज्योता वाली मैया, जय पहाड़ा वाली मैया जोर से बोलो जय माता दी सारे बोलो जय माता दी

    (जय माता दी... जय माता दी...)




    निष्कर्ष (Conclusion)

    यह भजन हमें याद दिलाता है कि जब माँ का बुलावा आता है, तो भक्त हर बाधा को पार कर उन तक पहुँच ही जाता है। आपको यह भजन कैसा लगा? कमेंट बॉक्स में 'जय माता दी' लिखकर जरूर बताएं और इसे अन्य भक्तों के साथ शेयर करें।