Short Motivational Story in Hindi for Success

Short Motivational Story in Hindi for Success, नमस्कार, जीवन का हर कदम कठिन है, हर राह में कोई न कोई परेशानी मिलती ही रहती है, इसलिए हर इंसान को अपने

नमस्कार, जीवन का हर कदम कठिन है, हर राह में कोई न कोई परेशानी मिलती ही रहती है, इसलिए हर इंसान को अपने जीवन के हर मोड़ पर मोटीवेट रहना पड़ता है इसलिए मोटिवेशन की इस यात्रा में आज फिर से Short Motivational Story in Hindi for Success ले के आया हु| आज दो स्टोरी है एक Tatvaloka-2004 से और दूसरी है शिव खेरा की बुक से|   

Short Motivational Story in Hindi for Success

Short Motivational Story in Hindi for Success

1. अच्छी सोच की ताकत

एक गांव में एक साधु रहा करते थे जो बहुत ही ज्ञानी और बहुत तपस्या करने वाले प्रकाण्ड पंडित थे, उनको हस्त रेखा का बहुत बड़ा ज्ञान था, वो किसी के भी हाथ की रेखा देख कर ही बता सकते थे की उसके साथ क्या होने वाला है| साधु एकांत में एक छोटी सी कुटिया में रहा करते थे| और अक्सर अपने ध्यान में ही मग्न रहा करते थे| 

एक बार की बात है एक किसान उनके पास गया और अनुरोध किया की हे प्रभु आप मेरा हाथ देख कर मेरे बारे में कुछ बताये, वह एक गरीब किसान किसान था, इसलिए वह साधु के पास इसलिए गया था की जान ले की उसके आगे जीवन में क्या होने वाला है|

साधु ध्यान में थे उन्होंने आंखें खोली और देखा की एक किसान अपना हाथ आगे कर के बैठा हुआ है| चुकी साधु को हस्त रेखा का बहुत ज्ञान था तो वह उस किसान के हाथ को देखते ही समझ गए की उसके आने वाले दिन कैसे होने वाले है| वास्तव में उस किसान की रेखाएं यह बता रही थी की वह आज रात मरने वाला है| लेकिन साधु ने उस किसान को यह सोच के नहीं बताया की यह आज से  घबरा जायेगा| तो उस साधु ने कहा की आप कल आना तब मैं आपके बारे में आपको बताऊंगा|  

वह किसान साधु को प्रणाम कर के वह से चल दिया, जैसे ही कुछ दूर चलता है की अचानक बारिश होने लगती है, बहुत तेज बिजली कड़कने लगती है, किसान इधर उधर अपने छुपने की जगह ढूढ़ने लगा, अचानक पास में ही उसे एक पुराना टूटा हुआ शिव जी का मंदिर दिखाई दिया वह छिपने के लिए उस मदिर में चला जाता है| 

किसान थोड़ी देर तक मंदिर में रुकने के बाद सोचता है की मैं इतना गरीब क्यों हु आज मेरे पास पैसे होते तो मैं इस मंदिर को अच्छा बनवा देता, और वह मन ही मन सोचने लगा की वह इस मंदिर को बनवा रहा, अच्छी सुन्दर सी गुम्बेदार छत, अच्छी दिवारे, किसान जब ये सोच ही रहा था तब एक बहुत बड़ा सांप मंदिर के एक कोने से निकला और किसान की तरफ चला किसान ने उस साप को अचानक देखा और डर गया और अपनी सोच से बाहर आया और डर के मरे मंदिर से दूर जा भगा जैसे किसान मंदिर से दूर जाता है उस मंदिर में बहुत तेज बिजली गिरती है और वह मंदिर तहसनहस हो जाता है| जैसे तैसे उस किसान ने रात कटी और अगले सुबह फिर साधु के पास पंहुचा|  

साधु उस किसान को देखते ही समझ गए और उस किसान से बोले, मैं कल ही जानता था की तुम्हरी जिंदगी में आज समस्या आने वाले है, लेकिन अगर मैं तुम्हे कल ही बता देता तो तुम परेशां हो जाते और तुम्हारे दिमाक में मंदिर बनवाने का खयाल नहीं आता बल्कि अपनी जान की चिंता हो रही होती 

निष्कर्ष - अगर इंसान की सोच अच्छी हो तो भगवान भी उसे मौका देते है|   

Short Motivational Story in Hindi for Success

2. सोच का नजरिया

एक गांव में दो भाई थे एक बेहद गरीब और दूसरा बहुत ही अमीर था| पहला भाई हमेशा शराब के नशे में रहता था और अपने बीबी बच्चो को मारा करता था| खाने तक पैसे नहीं हुआ करते थे| सुबह खाया तो शाम को खाने तक भी पैसे नहीं थे, इतनी गरीबी थी, फिर भी वह हमेशा दारू /शराब में धुत रहता था| 

वही उसका दूसरा भाई इतना अमीर था की उसके पास बड़ी बड़ी गाड़िया, रहने के लिए आलीशान घर, जिसमे उसके बच्चो के अलग कमरे, बढ़िया खाना, बढ़िया बिज़नेस था, और उसका परिवार खुशी खुशी जीवन यापन कर रहा था|  

एक दिन उसी गांव में एक सज्जन इंसान आये तो उन्होंने ये सब देखा तो उन्हें ये जानने की बड़ी इच्छा होने लगी की एक ही माँ से जन्मे दो लड़को में इतना अंतर कैसे-तो वो पहले भाई के पास जाते है और पूछते है की तुम्हरी ये हालत क्यों है और इसकी क्या वजह है| तब वह पहला भाई बोलता है की इसमें सब वजह मेरे पिता की है वो दारू / शराब पीते थे तथा हमें और हमरी माँ को मारा करते थे, मैंने भी वही किया और वही जिंदगी अपने परिवार को दे रहा हु|  

वही सज्जन इंसान दूसरे भाई के पास गए और वही सवाल किया, तो दूसरे भाई ने जवाब दिया की की इसमें सब वजह मेरे पिता की है वो दारू / शराब पीते थे तथा हमें और हमरी माँ को मारा करते थे तब मैंने निर्णय लिया की ये जिंदगी मैं अपने परिवार को नहीं दूंगा और फिर मैंने खूब मेहनत की और यह तक पंहुचा|  

निष्कर्ष - दोनों भाइयों के पास सेम सिचुएशन थी पर एक अपने सोच के नज़रिये को बदला और एक कामयाब इंसान बना दूसरा अपनी सोच के कारन ही अभी भी दलदल में दबा है|  



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